सामग्री पर जाएँ

मनभावन

विक्षनरी से

हमे नही मिलता है

प्रकाशितकोशों से अर्थ

[सम्पादन]

शब्दसागर

[सम्पादन]

मनभावन वि॰ [हिं॰ मन + भाना] [वि॰ स्त्री॰ मनभावनी]

१. मन को अच्छा लगनेवाला । उ॰—चरण धोइ चरणोदक लीनो माँगि देऊँ भनभावन । तीन पैड़ वसुधा हौं चाहौं परण- कुटी को छावन ।—सूर (शब्द॰) ।

२. प्रिय । प्यारा । उ॰— (क) भले सुदिन भए पूत अमर अजरावन रे । जुग जुग जीवहु कान्ह सबहि मनभावन रे ।—सूर (शब्द॰) । (ख) केशोदास सुंदर अवन ब्रजसुंदरी के मानी मनभावन के भावते भवन है ।—केशव (शब्द॰) । (ग) शंख भेरि निशान बाजहिं नचहिं शुद्ध सुहावनी । भाट बोलें विरद नारी वचन कहैं मन- भावनी ।—सूर (शब्द॰) ।