मनुष
दिखावट
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]मनुष संज्ञा पुं॰ [सं॰ मनुष्य]
१. मनुष्य । आदमी । उ॰— कह्यौ तिन तुम्हें हम मनुष जानत नहीं जगतपितु जगतहित देह धारयो करोगे काज जो कियो ना कोउ नृपति किए जस जाय हम दोष सारो । — सूर (शब्द॰) ।
२. पति । खाविंद । उ॰— माप मोर मनुष है अति सुजान । धंधा कूटि कूटि करै विहान ।— कबीर (शब्द॰) ।