ममीरा
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]ममीरा संज्ञा पुं॰ [अं॰ मामीरान] हलदी की जाती के एक पौधे कि जड़ । विशेष— इस पौधे की कई जातियाँ होती हैं । यह आँख के रोगों को अपूर्व ओषधि मानी जाती है । यह पौधा सम शीतोष्ण प्रदेशों में होता है । आसाम के पूर्व के देशा के पहाड़ी स्थानों में भी यह बहुत होता है । कुछ दूसरे पौधों के जड़ें भी, जो इससे मिलती जुलती होती है, ममीरे के नाम के बिकती हैं और उन्हेँ नकली ममीरा कहते हैं ।