मरघट

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

मरघट ^१ संज्ञा पुं॰ [हि॰ मर(=मृत्यु)+घाट] वह घाट या स्थान जहाँ मुर्दें फूंके जाति हैं । मुर्दों को जलाने की जगह । स्मशान घाट । मसान । उ॰—(क) जा घर साधु न सेवइ पारब्रह्म पात नाहिं । ते धर मरघट सारिखा भूत बसे ता महिं ।—कबीर (शब्द॰) । (ख) हरिश्चंद्र का पुत्र रोहित मर गया । उस मृतक को ले रानी मरघच गई ।— लल्लू (शब्द॰) । मुहा॰—मरघट का भुतना= प्रेत ।

मरघट ^२ वि॰

१. बहुत ही कुरूप और विकराल आकृति का । कुरूप ।

२. जो सदा उदास रहता हो । मनहूस । रोना ।

३. चेष्टाहीन । निष्क्रिय ।