मरद पु संज्ञा पुं॰ [फा॰ मर्द] दे॰ 'मर्द' । उ॰— अर्थ धर्म काम मोक्ष वसत बिलोकनि में कासी करामात जोगी जागता मरद की ।—तुलसी (शब्द॰) ।