मरी

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

मरी ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ मारी] वह रोग जो स्पर्शदोष से फैलता है और जिसमें एक साथ बहुत से लोग मरते हैं । मारी । उ॰— इस ही बीच ईति बिस्तरी । परी आगरे पहिली मरी ।— अर्ध, पृ॰ ५२ ।

मरी ^२ संज्ञा स्त्री॰ [हि॰ मारना] एक प्रकार का भूत । मरही । विशेष—लोगों का विश्वास है कि यह किसी ऐसी दृष्ट स्वभाववाली स्त्री की प्रेतात्मा होती है जो किसी रोग, आघात अथवा किसी अन्य कारणवश पूर्णायु को न पहुँचकर अल्पायु में मरी हो ।

मरी ^३ संज्ञा स्त्री॰ [देश॰] देशी सागूदाने का पेड़ । विशेष— यह भारतवर्ष तथा लंका सिंगापुर आदि द्वीपों में उत्पन्न होता है । यह पेड़ देखने में बहुत मालूम होता है ।