मसक

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

मसक संज्ञा पुं॰ [सं॰ मशक] ममा । मच्छड़ । डांस । उ॰— मसक समान रूप कपि परी । लंकहि चलेउ सुमिरि मन हरी । —तुलसी (शब्द॰) ।

मसक ^२ संज्ञा स्त्री॰ [फा़॰ मशक] दे॰ ' मशक' । उ॰—छूछी मसक पवन पानो ज्या तैसेई जन्म बिकारी हो । —सूर (शब्द॰) ।

मसक ^३ संज्ञा स्त्री॰ [अनु॰] मसकने की क्रिया या भाव ।

मसक संज्ञा पुं॰ [हिं॰ मसक] एक प्रकार का वाजा । मशकवीन । उ॰—झाझ मजीरे मसक समय अनुसार ।— प्रेमधन॰, भा॰ १, पृ॰ ७८ ।