मसखरा संज्ञा पुं॰ [अ॰ मसखरह्] १. बहुत हँसी मजाक करनेवाला । हँसोड़ । ठट्ठेबाज । उ॰—कबिरा यह मन मसखरा कहूँ तो माने रोस । जा मारग साहब मिलै तहाँ न चालै कोस । —कबीर (शब्द॰) ।२. बिदूषक । नक्काल ।