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महरी

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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महरी संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ महर] ग्वालिन नामक पक्षी । दहिंगल ।

२. दे॰ 'महरि' । उ॰—करे नंद जसोदा महरी । पल भर कृष्ण राख ना बहरी ।—कबीर सा॰, पृ॰ ४४ ।