महादान

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

महादान संज्ञा पुं॰ [सं॰] पुराणानुसार तुला पुरुष, सोने की गौ या घोड़ा आदि तथा पृथ्वी, हाथी, रथ, कन्या आदि पदार्थों का दान जिससे स्वर्ग की प्राप्ति होती है ।

२. वह दान जो ग्रहण आदि के समय डोमों, चमारों आदि जातियों को दिया जाता है ।