महावर

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

महावर ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ महावर्ण ?] लाख से बना हुआ एक प्रकार का लाल रंग जिससे सौभाग्यवती स्त्रियाँ अपने पाँवों को चित्रित कराती हैं । यावक । जावक । उ॰—(क) पलन पीक अंजन अधर धरे महावर भाल । आज मिले सु भली करी भले वने हौ लाल ।—बिहारी (शब्द॰) । (ख) आई हौ पायँ दिवाय महावर कुंजन ते करि कै सुख सेनी ।—मतिराम (शब्द॰) । (ग) काहू दियो लाख रस सोई । जासो तुरत महावर होई ।—लक्ष्मणसिंह (शब्द॰) ।

महावर पु ^२ वि॰ [सं॰ महाबल] दे॰ 'महाबल' । उ॰—कुँअरप्पन प्रथिराज तपै तेजह सु महावर । सुकल बीजु दिन हुतें कला दिन चढ़त कलाकर ।—पृ॰ रा॰, ५ । २ ।