माणिक ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰] जौहरी । रत्नों का पारखी [को॰] ।
माणिक ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ माणिक्य] दे॰ 'माणिक्य' । उ॰—परिपुरण सिंदूर पूर कँधौं मंगल घट । किधौं शुक्र को छत्र मढ्यौ माणिक मयूव पट ।—केशव (शब्द॰) ।