मातुल
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]मातुल संज्ञा पुं॰ [सं॰] [स्त्री॰ मातुला, मातुलाना]
१. माता का भाई । मामा । उ॰— कह्यौ मत मातुल विभीषण हू वार वार अंचल पसारि पिय पयि ले लै हौं परी ।— तुलसी (शब्द॰) । (ख) भुनि मातुल मुहि तात कहि नित प्रेम बढ़ंत ।— पृ॰ रा॰, ६१ । ५८९ ।
२. धतूरा उ॰— द्वं मृणाल मातुल उभै द्वै कदलि खंभ विन पात ।— सूर (शब्द॰) ।
३. एक प्रकार का धान ।
४. एक प्रकार का साप ।
५. मदन वृक्ष ।
६. सौर वर्ष (को॰) । यौ॰—मातुलपुत्रक= (१) ममेरा भाई । मामा का पुत्र । (२) धतूरे का फल ।