मारी
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
मारी ^१ संज्ञा स्त्री॰ [हि॰ मारना] कोई ऐसा संक्रामक रोग जिसके कारण बहुत से लोग एक साथ मरें । मरी । जैसे, हैजा, प्लेग, चेचक इत्यादि । दे॰ 'मरी' । उ॰— ईति भिति ग्रह प्रेत चौरनल व्याधि बाधा समन घोर मारी । -तुलसी (शब्द॰) । (ख) सब जदपि अमारी धर तदपि मारी सम परदल र्धसत ।—गोपाल (शब्द॰) ।
मारी ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ मारिन्] हत्या करनेवाला । घातक ।
मारी ^३ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]
१. चंड़ी ।
२. माहेश्वरी शक्ति ।
३. मरी । (रोग) ।