मालव

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

मालव ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. मालवा देश । यौ॰—मालव गौड़ । मालवदेश=मालवा । मालवनुपति । मालव- विषय=मालव देश । मालवाधीश, मालवैंद्र=मालव देश का नृपति ।

२. एक राग का नाम, जिसे भेंरव राग भी कहते हैं । विशेष—संगीतदामोदर में इसका रुप माला पहने, हरित वस्त्रधारी, कानों में कुंडल धारण किए, संगीतशाला में स्त्रियों के साथ वैठा हुआ लिखा है । इसकी धनाश्री, मालश्री, रामकीरी, सिंघुड़ा, आसावरी और भैरवीनाम को छह रागनियाँ हैं । कोई कोई इसे षाड़व जाति का और कोई संपुर्ण जाति का राग मानते हैं । षाड़व माननेवाले इसमें 'मध्यम' स्वर वर्जित मानते हैं । यह रात को १६ दंड से २० दंड तक गाया जाता है ।

३. मालव देशवासी वा मालव देश में उत्पन्न पुरुष ।

४. सफेद लोध ।

मालव ^२ वि॰ मालव देश संबंधी । मालवे का ।