मालवी
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]मालवी ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]
१. श्री राग की एक रागिनी का नाम । विशेष—यह ओड़व जाति की है और हनुमत् के मत इसका स्वरग्राम नि, सा, ग, म, व, नि, है । इसमें ऋषभ और पंचम स्वर वर्जित है । कोई कोई इसे हिंडोल राग की रागिनी मानते हैं ।
२. आढ़ा नाम की एक लता । विशेष दे॰ 'पाढ़ा' ।
मालवी ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ मालव + हिं॰ ई (प्रत्य॰)] मालव देश की भाषा । उ॰—विभिन्न राजस्थानी बोलियाँ तथा मालवी, कोशली या पूर्वी हिंदी, भोजपुरी इत्यादि ।—पोद्धार अभि॰ ग्रं॰, पृ॰ ७५ ।
मालवी ^३ वि॰ दे॰ 'मालवीय' ।