मित्त

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

मित्त पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ मित्र, प्रा॰ मित्त] दे॰ 'मित्र' । उ॰—पत्र परन औ पत्र सर, वाहुन पत्र सुचित । पत्र पंख विधि ना दिए, जिन उड़ि मिलते मित्त ।—नंद ग्रं॰, पृ॰ ५० ।