मित्र

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दो मित्र

हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

मित्र संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. वह जो सब बातों में अपना साथी सहायक, समर्थक और शुभचिंतक हो । सब प्रकार से अपने अनुरूप रहनेवाला और अपना हित चाहनेवाला । शत्रु या विरोधी का उलटा । बंधु । सखा । सुहृद । दोस्त ।

२. अतिविषा नाम की लता । अतीस ।

३. सूर्य का एक नाम । उ॰— अंधकार में मलिन मित्र की धुँधली आभा लीन हुई ।— कामायनी, पृ॰ १४ ।

४. बारह आदित्यों में से पहले आदित्य का नाम ।

५. पुराणानुसार मरुदुगण में से पहले मरुत् का नाम ।

६. वशिष्ट के एक पुत्र का नाम जो ऊर्जा के गर्भ से उत्पन्न हुआ था ।

७. आर्यों के एक प्राचीन देवता का नाम । विशेष—ऋक्संहिता में लिखा है कि मनु से अदिति को जो आठ पुत्र हुए थे, उनमें से सात को अपने साथ लेकर आदिति देवलोक को चली गई थी; केवल मार्तंड नामक पुत्र को फेंक दिया था । ये आठ पुत्र मित्र, वरुण, धाता, अर्यमा, अंश, भग, विवस्वान् और आदित्य या मार्तंड थे । इनमें से पहले सातों की गिनती आदित्यों में होती है परंतु महाभारत और पुराणों में द्वादश आदित्य का वर्णन है, जिनमें से एक मित्र भी हैं, वेदों में मित्र ही सर्वप्रधान आदित्य माने गए है, परंतु पुराणों आदि में उनका स्थान गौण है । वेदों में मित्र और वरुण की बहुत अधिक स्तुति की गई है, जिससे जान पड़ता है कि ये दोनों वैदिक ऋषियों के प्रधान देवता थे । वेदों में यह भी लिखा है कि मित्र के द्वारा दिन और वरुण के द्वारा रात होती है । यद्यपि पीछे से मित्र का महत्व घटने लगा था, तथापि पहले किसी समय सभी आर्य मित्र की पूजा करते थे । पारसियों में इनकी पूजा 'मिथ्र' के नाम से होती थी । मित्र की पत्नी 'मित्रा' भी उनकी पूजनीय थी और अग्नि की आधिष्ठात्री देवी मानी जाती थी । कदाचित् असीरियावालों की 'माहलेता' तथ ा अरववालों की 'आलिता देवी' भी यही मित्रा थी ।

८. भारतवर्ष में एक प्रसिद्ध प्राचीन राजवंश का नाम जिसका राज्य उदुंवर और पांचाल आदि स्थानों में था । विशेष—कुछ लोग इसे शुंग वंश की एक शाखा बतलाते हैं, तथा कुछ लोग इस वंशवालों को शाकद्वीपी ब्राह्मण और कुछ शक क्षत्रिय मानते हैं । ईसवी पहली और दूसरी शताब्दी में इसका बहुत जोर था । भानुमित्र, सूर्यमित्र अग्निमित्र, ज्यमित्र, इंद्रमित्र, आदि इस वंश के प्रधान राजा थे । इनके जो सिक्के पाए गए हैं उनमे से कुछ में शैवों के, कुछ में वैष्णवों के और कुछ में सौरों के चिह्न पाए जाते हैं ।