मिर्ग

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

मिर्ग पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ मृग] दे॰ 'मृग' । उ॰—मिर्ग की नाभ कस्तूरी ।—तुरसी॰ श॰, पृ॰ ३१ ।