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मिलाप

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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मिलाप संज्ञा पुं॰ [हिं॰ मिलना + आप (प्रत्य॰)]

१. मिलने की क्रिया या भाव ।

२. मेल या सदभाव होना । मित्रता । यौ॰—मेल मिलाप ।

३. भेंट । मुलाकात ।

४. एक साथ बजनेवाले बाजों का एक सुर में होना ।

५. संभोग । संयोग ।

६. 'मिलाई' । विशेष—इस शब्द का प्रयोग अधिकतर मनुष्यों या प्राणियों के संबंध में होता है, वस्तुओं के मिश्रण के लिये नहीं । मुहा॰—मिलाप का पुतला = मेल मिलाप का प्रेमी या समर्थक । उ॰—आइए ऐ मिलाप के पुतले । हम पलक पाँवड़े बिछा देंगे ।—चुभते॰, पृ॰ ६ ।