मिसरी
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]मिसरी ^१ संज्ञा पुं॰ [अ॰ मिस्त्री]
१. मिश्र देश का निवासी । मिश्र नामक राष्ट्र का नागरिक ।
मिसरी ^२ संज्ञा स्त्री॰
१. मिस्ञ में बोली जानेवाली भाषा । मिस्त्र देश की भाषा ।
२. दोबारा बहुत साफ करके कूजे या थाल में जमाई हुऊ दानेदार या रवेदार चीनी । उ॰—कहँ मिसरी कँह ऊँख रस नहीं पियूस समान । कलाकंद कतरा कहा तुव अधरा रस पान ।—स॰ सप्तक, पृ॰ ३४९ । विशेष—प्रायः यह कूजे या कतरे रूप में बाजारों में बिकती हैं । यह वैद्यक में स्निग्ध, धातुवर्धक, मुखप्रिय, बलकारक, दस्तावर, हलकी, तृप्तिकारी, सब प्रकार के रोगों को शांत करनेवाली और रक्तपित को दूर करनेवाली मानी गई है । मुहा॰—मिसरी की डली = बहुत ही मीठा या मधुर पदार्थ ।
मिसरी ^३ संज्ञा स्त्री॰ [देश॰] एक प्रकार की शहद की मक्खी ।