मीना
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]मीना ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] ऊषा की कन्या का नाम जिसका विवाह कश्यप से हुआ था ।
मीना ^२ संज्ञा पुं॰ [देश॰] राजपूताने की एक प्रसिद्ध योद्धा जाति । उ॰— च्यारि सहस मीना प्रबल बैठे आइ बलाइ ।— पृ॰ रा॰, ७ । ७८ । विशेष— इस जाति के लोग बहुत वीर होते हैं और युद्ध में इनकी प्रवृत्ति बहुत होती है । किसी मसय ये बहुत बलशाली थे और प्रायः लूटमार करके अपना निर्वाह करते थे । महाराणा प्रताप को अपने युद्धों में इनसे बहुत सहायता मिली थी ।
मीना ^३ संज्ञा पुं॰ [फ़ा॰]
१. रंग बिरंगा शीशा ।
२. एक प्रकार का नीले रंग का कीमती पत्थर ।
३. कीमिया ।
४. सोने, चाँदी आदि पर किया जानेवाला रंग बिरंग का काम । यौ॰—मीनाकारी ।
५. शराब रखने का कंटर या सुराही । उ॰— मीना की ग्रीवा से झर झर गाती हो मदिरा स्वणिम स्वर ।—मधु॰, पृ॰ ६४ ।