मुँहासा

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

मुँहासा संज्ञा पुं॰ [हिं॰ मुँह+आसा (प्रत्य॰)] मुँह पर के वे दाने या फुंसियाँ जा युवावस्था में निकलती हैं और यौवन का चिह्न मानी जात है । जैसे,—बूढ़े मुँह मुँहासे, लोग देखें तमासे । (कहा॰) । विशेष—मुहासों के निकलने से चेहरा कुछ भद्दा हो जाता है । इन्हें 'ढीड़सा' भी कहते हैं । ये केवल युवावस्था में ही २० से २५ वर्ष तक प्रकट होते हैं, इसके पूर्व या पर बहुत कम रहते हैं ।