मुअज्जिन संज्ञा पुं॰ [अ॰ मुअज्जिन] दे॰ 'मुअज्जन' । उ॰—बजी न मंदिर में घड़ियाली, चढ़ी न प्रतिमा पर माला; बैठी अपने भवन मुअज्जिन देकर मस्दिज में ताला ।—मधुशाला, पृ॰ २० ।