मुआ

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

मुआ वि॰ [सं॰ मृतक, प्रा॰ मुअअ] [वि॰ स्त्री॰ मुई]

१. मृत । मरा हुआ । गतप्राण । उ॰—मुए जिआए भालुकपि, अवध विप्र को पूत । सुमिरहु तुलसी ताहि तू जाको मारुति दूत ।— तुलसी ग्रं॰, पृ॰ १७६ ।

२. निगोड़ा । क्षुद्र । (वस्तु वा व्यक्ति के लिये स्त्रियों द्वारा प्रयुक्त) । उ॰—(क) और मुए पहाड़ पर रखा ही क्या है आखिर ?—सैर॰ पृ॰ १५ । (ख) खुदा जाने मुइयोँ मर्दों पर क्या जादू कर देती हैं कि बिलकुल उनके बस में हो जाते हैं ।—सैर॰, पृ॰ १४ ।