मुखाग्नि
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
मुखाग्नि संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]
१. जंगल की आग । दावानल ।
२. संस्कृत एवं प्रतिष्ठापित अग्नि । यज्ञाग्नि । हदनाग्नि (को॰) ।
३. ब्राह्मण (को॰) ।
४. एक प्रकार के वैताल जो मुँह से अग्नि फेकते हैं (को॰) ।
५. मृत व्यक्ति को चिता पर रखकर पहले उसके मुँह में आग लगाने की क्रिया ।