मुगल

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

मुगल संज्ञा पुं॰ [फ़ा॰ मुग़ल ] [स्त्री॰ मुग़लानी]

१. मंगोल देश का निवासी ।

२. तुर्कों का एक श्रेष्ठ वर्ग जो तातार देश का निवासी था । विशेष— इस वर्ग के लोगों ने इधर कुछ दिनों तक भारत में आकर अपना साम्राज्य स्थापित करके चलाया था । इस वर्ग का पहला सम्राट् बाबर था जिसने सन् १५२६ ई॰ में भारत पर विजय प्राप्त की थी । अकबर, जहाँगीर, शाहजहाँ और औरंगजेब इसी जाति के और बाबर के वंशज थे । इन लोगों के शासन- काल में साम्राज्य बहुत विस्तृत हो गया था परंतु औरंगजेब की मृत्यु (सन् १७०७ ई॰ )के उपरांत इस साम्राज्य का पतन होने लगा और सन् १८५७ में उसका अंत हो गया ।

३. मुसलमानों के चार वर्गों में से एक वर्ग जो शेखों और सैयदों से छोटा तथा पठानों से बड़ा और श्रेष्ठ समझा जाता है ।