सामग्री पर जाएँ

मुदिर

विक्षनरी से


प्रकाशितकोशों से अर्थ

[सम्पादन]

शब्दसागर

[सम्पादन]

मुदिर संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. बादल । मेघ । उ॰—(क) धाराधर जलधर जलद जग जीवन जीमूत । मुदिर बलाहक तड़ितपति परजन जज्ञ सुपूत ।—नंददास (शब्द॰) । (ख) कहै मतिराम दीने दीरघ दुरदवृंद मुदिर से मेदुर मुदित मतवारे है ।—मति- राम (शब्द॰) ।

२. वह जिसे कामवासना बहुत अधिक हो । कामुक ।

३. मेंढक ।