मुधा

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

मुधा ^१ क्रि॰ वि॰ [सं॰] व्यर्थ । वृथा । बेफायदा । उ॰—(क) यह सब जाग्यबल्क कहि राख । देवि न कोई मुधा मुनि भाषा ।—तुलसी (शब्द॰) । (ख) तेहि कहँ पिय पुनि पुनि नर कहहू । मुधा मान ममता पद बहहू ।—तुलसी (शब्द॰) ।

मुधा ^२ वि॰ व्यर्थ का । निष्प्रय़ोजन ।

२. असत् । मिथ्या । झूठ । उ॰—मुधा भेद जद्यपि माया ।—तुलसी (शब्द॰) ।

मुधा ^३ संज्ञा पुं॰ असत्य । मिथ्या । उ॰—भूतल माहिं बली शिवराज भो भूषन भाषत शत्रु मुधा को ।—भूषण (शब्द॰) ।