मुनि
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]मुनि ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. वह जो मनन करे । ईश्वर, धर्म और सत्यासत्य आदि का सूक्ष्म वितचार करनेवाला व्यक्ति । मनन- शील महात्मा । जैसे, अंगिरा, पुलस्त्य, भृगु, कर्दम, पंचशिख आदि ।
२. तपस्वी । त्यागी । यौ॰—मुनिचीर, मुनिपट = वल्कल । मुनिव्रत = तपस्या ।
३. सात की संख्या । उ॰—तब प्रभु मुनि शर मारि गिरावा ।— (शब्द॰) ।
४. जिन या बुद्ध ।
५. पियाल या पयार का वृक्ष ।
६. पलास का वृक्ष ।
७. आठ वसुओं के अंतर्गत आप नामक वसु के पुत्र का नाम ।
८. क्रौंच द्वीप के एक देश का नाम ।
९. द्युतिमान् के सबसे वड़े पुत्र का नाम ।
१०. कुरु से एक पुत्र का नाम ।
११. अगस्त्य ऋषि (को॰) ।
१२. व्यास जी का नाम (को॰) ।
१३. महर्षि पाणिनि (को॰) ।
१४. आम्र वृक्ष (को॰) ।
१५. दौना । दमनक ।
मुनि ^२ संज्ञा स्त्री॰ दक्ष की एक कन्या जो कश्यप की सबसे बड़ी स्त्री थी ।