मुरारि

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

मुरारि संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. मुर दैत्य के शत्रु, विष्णु या श्रीकृष्ण ।

२. डगण के तीसरे भेद (/?/) की संज्ञा । (पिंगल) ।