मुर्दनी

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

मुर्दनी संज्ञा स्त्री॰ [फ़ा॰ मुर्दन (= मरना) + ई (प्रत्य॰)]

१. आकृति का वह विकार जो मरने के समय अथवा मृत्यु के कारण होता है । मुख पर प्रकट होनेवाले मृत्यु के चिह्न । मुहा॰—चेहरे पर मुर्दनी छाना या फिरना = (१) मुख पर मृत्यु के चिह्न प्रकट होना । (२) बहुत अधिक निराश या उदास होना ।

२. शव के साथ उसकी अंत्येष्टि क्रिया के लिये जाना । मुर्दे के साथ उसे गाड़ने या जलाने के स्थान तक जाना ।

३. मृतक की अंत्येष्टि क्रिया के लिये जानेवालों का समूह । क्रि॰ प्र॰—में जाना ।