मुहर्रिर संज्ञा पुं॰ [अ॰] लेखक । मुंशी । लिपिक क्लर्क । उ॰— पाँच मुहर्रिर साथ करि दीने तिनकी बड़ी विपरीत । जिन्मे उनके, माँगै मोते यह तो बड़ी अनीत ।—सूर (शब्द॰) ।