मूढ़

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

मूढ़ ^१ वि॰ [सं॰ मूढ]

१. अज्ञान । मूर्ख । जड़बुद्धि । बेवकुफ । अहमक ।

२. ठक । स्तव्ध । निश्चेष्ट ।

३. जिसे आगा पोछा न सूझता हो । ठगमारा ।

मूढ़ ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰] योग में चित्त की पाँच वृत्तियों या अवस्थाओं में से एक, जिसमें चित्त तमोगुण के कारण तंद्रायुक्त या स्तव्ध रहता है । कहा गया है कि यह अवस्था योग के लिये अनुकूल या उपयुक्त नहीं होती । विशेष दे॰ 'चित्तभूमि' ।