मूर्च्छन

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

मूर्च्छन संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. संज्ञा लोप होना या करना । बेहोश करना ।

२. मूर्च्छित करने का मंत्र या प्रयोग । उ॰—आजु हौं राज काज करि आऊँ । वेगि सँहारी सकल घोष शिशु जो मुख आयसु पाऊँ । तौ मोहन मूर्च्छन वशीकरन पढ़ि अमित देह बढ़ऊँ—सूर (शब्द॰) ।

३. पारे का तीसरा संस्कार जिसमें त्रयुष्ण त्रिफलादि में सात दिन तक भावना दी जाती है ।

४. कामदेव का एक वाण ।