मेड़

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

मेड़ संज्ञा पुं॰ [सं॰ मण्डल या मिति (= इयता, सीमा) या मृद्वन्ध या मृद्दण्ड]

१. मिट्टी डालकर बनाया हुआ खेत या जमीन का घेरा ।

२. दो खेतों के बीच में हद या सीमा के रूप में बना हुआ रास्ता । उ॰—धन संपति सबसे गेह नसौ नहिं प्रेम की मेड़ सो एड़ टलै ।—भारतेंदु ग्रं॰, भा॰ १, पृ॰ २३८ । क्रि॰ प्र॰—डालना ।—बाँधना । यौ॰—मेड़बंदी ।

३. ऊंची लहर या तरंग । (लश॰) । क्रि॰ प्र॰—पड़ना ।