मेह

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

मेह ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. प्रस्राव । मूत्र ।

२. प्रमेह रोग ।

३. मेष । मेढ़ा ।

४. अज । छाग । बकरा (को॰) ।

मेह ^२ संज्ञा पुं॰ [मेघ, प्रा॰ मेह]

१. मेघ । बादल ।

२. वर्षा । झड़ी । मेंह । उ॰—छाई पियराई और विथा हियराई जानै, जके थके बैन नैन निदरत मेह कों ।—घनानंद, पृ॰ ७७ । क्रि॰ प्र॰— आना ।—पड़ना ।—बरसना ।

मेह ^३ वि॰ [फ़ा॰ मिह, मेह] बड़ा । बुजुर्ग । सरदार [को॰] ।