मैत्र
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
मैत्र ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. अनुराधा नक्षत्र ।
२. सूर्यलोक ।
३. मलद्वार । गुदा ।
४. ब्राह्मण ।
५. सूर्योंदय के समय के उपरांत उससे तीसरा मुहूर्त ।
६. प्राचीन काल की एक वर्णसंकर जाति
७. मित्र का भाव । मित्रता । दोस्ती ।
८. वेद की एक शाखा ।
९. बंगाली ब्राह्मणों का एक अल्ल (को॰) ।
मैत्र ^२ वि॰ मित्र संबंधी । मित्र का ।