यगण

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

यगण संज्ञा पुं॰ [सं॰] छंदःशास्त्र में आठ गणों में से एक । यह एक लघु और दो गुरु मात्राओं का होता है (/?/) । इसका संक्षिप्त रूप 'य' है । जैसे, कमाना, चलाना । विशेष— इसका देवता जल माना गया है और यह सुखदजयक कहा गया है ।