यतिसान्तपन
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]यतिसांतपन संज्ञा पुं॰ [सं॰ यतिसान्तपन] एक व्रत जिसमें तीन दिन केवल पंचगव्य और कुशजल पीकर रहना प़ड़ता है । विशेष—शंखस्मृति के मत से तो यह व्रत तीन दिन का है, परंतु जाबाल के मत से सात दिन का है । गोमूत्र, गोबर, दूध, दही, घृत, कुश का जल इनमें से एक एक का प्रति दिन एक वार पीकर रात दिन उपवास करना पड़ता है । इसी का नाम सांतपनकृच्छु या यतिसांतपन है ।