यमला संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] १. एक प्रकार का हिक्का या हिचकी का रोग, जिसमें, थोड़ी देर पर दो दो हिचकियाँ एक साथ आती हैं और सिर तथा गरदन काँपने लगती है । २. एक प्राचीन नदी का नाम । ३. तात्रिकों की एक देवी ।