याप्य

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हिन्दी[सम्पादन]

आयु के शेष रहने के कारण तथा पथ्य आहार विहार के अभ्यास से जो रोग साध्य प्रतीत होता है, वह याप्य है

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

याप्य ^१ वि॰ [सं॰]

१. निंदनीय । निंदित ।

२. यापन करने के योग्य । यापानीय । क्षेपणीण ।

३. छिपाने के योग्य । गोपनीय । आवरणीय ।

४. रक्षा करने के योग्य । रक्षणीय ।

याप्य ^२ संज्ञा पुं॰ वैद्यक के अनुसार वह रोग जो साध्य न हो, पर चिकित्सा से प्राणाघातक न होने पावे । ऐसा रोग जो अच्छा ती न हो, पर संयम द्वारा जिसका रोगी बहुत दिनों तक चला चले ।