प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
यूप संज्ञ पुं॰ [सं॰]
१. यज्ञ में वह खंभा जिसमें बलि का पशु बाँधा जाता है ।
२. वह स्तंभ जो किसी विजय अथवा कीर्ति आदि की स्मृति में बनाया गया हो ।
यूप संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. शहतूत का वृक्ष ।
२. जूस । दाल आदि का पानी । झोल [को॰] ।