रंकता संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ रङ्क+हिं॰ ता (प्रत्य॰)] निर्धनता । गरीबी । कंगाली । उ॰— रंकता देख जिसकी रंकता लजाती राजसी ठाठ से उसकी अरथी जाती । —सूत॰, पृ॰ ८७ ।