रक्षा

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

रक्षा संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] आपात्ति, कष्ट या नाश आदि से बचाना । अनिष्ट से बचाने की क्रिया । रक्षण । बचाव । यौ॰—रक्षाबंधन । रक्षासमिति ।

२. वह यंत्र या सूत्र आदि प्रायः बालकों को भूत प्रेत, रोग या नजर आदि से बचाने के लिये बाँधा जाता है ।

३. गोद ।

४. भस्म राख ।

५. लाक्षा । लाख (को॰) ।