रगड़ा

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

रगड़ा संज्ञा पुं॰ [हिं॰ रगड़ना]

१. रगड़ने की क्रिया या भाव । घर्षण । रगड़ ।

२. निरंतर अथवा अत्यंत परिश्रम । बहुत अधिक उद्योग ।

३. वह झगड़ा जो बराबर होता रहे और जिसका जल्दी अंत न हो । जैसे, यह झगड़ा नहीं, रगड़ा है । क्रि॰ प्र॰—खाना ।—देना । यौ॰—रगड़ा झगड़ा = लड़ाई झगड़ा । बखेड़ा ।