प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
रजपूती † संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ राजपूत + ई (प्रत्य॰)]
१. क्षत्रिय होने का भाव । क्षत्रियत्व । उ॰—राखी रजपूती राजधानी राखो राजन की, धरा मैं धरम राख्यो राख्यो गुन गुनी मैं ।— भूषण ग्रं॰ पृ॰ ९७ ।
२. वीरता । शूरता । बहादुरी ।