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रसी

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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रसी ^१ संज्ञा स्त्री॰ [देश॰] एक प्रकार की सज्जी जो विहार और संयुक्त प्रांत में बनती है ।

रसी पु ‡ ^२ संज्ञा [हिं॰ रस+ई(प्रत्य॰)] दे॰ 'रसिक' ।

रसी पु ^३ संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ रस्सी] दे॰ 'रस्सी' । उ॰— गिरधरदास पास भागीरथी सोभा देत जाकी धार तोरै आसु कर्म रूप रसी है ।— भारतेदुं ग्रं॰, भा॰, १ । पृ॰ २८१ ।

रसी ^४ वि॰ [सं॰ रसिन्] [वि॰ स्त्री॰ रसिनी]

१. रसयुक्त । रसदार ।

२. रागान्वित । अनुरक्त । सह्वदय ।

३. सरस । स्वादु । रूचिकर [को॰] ।