राँभना क्रि॰ अ॰ [सं॰ रम्भण] (गाय का) बोलना या चिल्लाना । बँबाना । उ॰—(क) तव पृथ्वी दुख पाय घबराय गाय रूप बनाय राँभती राँभती देवलोक मे गई ।—लल्लू (शब्द॰) । (ख) तमचुर खगरोर सुनहु बोलत वनराई । राँभति गो खरिकन में वछरा हित धाई ।—सूर (शब्द॰) ।