रागी
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]रागी ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ रागिनी] [स्त्री॰ रागिन्]
१. अनुरागी । प्रेमी ।
२. मडुवा या मकारा नानक कदन्न ।
३. छह मात्रावाले छंदों का नाम ।
४. अशोक वृक्ष ।
रागी ^२ वि॰
१. रँगा हुआ ।
२. लाल । सुर्ख । उ॰—सुआई जहां दोखए वक्र रागी ।—केशव (शब्द॰) ।
३. विषय वासना में फैसा हुआ । विषयासक्त । विरागा का उलटा । उ॰— पयपावनि वन भूमि भलि सैत, सुहावन पीठि । रागिहिं सोठि विसेषि थलु, विषय विरागाहे मीठि ।—तुलसी (शब्द॰) ।
४. रंजन करनेवाला । रंगनेवाला ।
रागी पु ‡ ^३ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ रानी] राजा की पत्नी । रानी । उ॰—तौ लग रंग विभीषण के करु राज इहाँ गढ़ ह्वै पट रागी ।—राम (शब्द॰) ।